Skip to product information
1 of 3

NATURAL | ENERGISED | CERTIFIED

सुनहला (7 से 8 कैरेट)

सुनहला (7 से 8 कैरेट)

Regular price Rs. 1,500.00
Regular price Rs. 2,200.00 Sale price Rs. 1,500.00
Sale Sold out
Shipping calculated at checkout.
  • Natural and Certified
  • Free Delivery in India
  • 100% Authentic
किसी भी प्रकार के संपर्क के लिए WhatsApp करें

✨ सुनहला रत्न (Sunhela Stone) – पुखराज का उपरत्न और इसका ज्योतिषीय महत्व

ज्योतिष शास्त्र में सुनहला रत्न (Sunhela) को पुखराज (Yellow Sapphire) का उपरत्न माना जाता है। यह गुरु ग्रह (बृहस्पति) से संबंधित होता है और इसे धारण करने से धन, मान-सम्मान, बुद्धि और सफलता प्राप्त होती है।

🌟 क्यों पहनें सुनहला रत्न?
पुखराज महंगा होने के कारण यह एक उत्तम विकल्प है।
गुरु ग्रह को मजबूत करने और इसके सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाने में सहायक।
धन, शिक्षा, करियर और बिजनेस में सफलता दिलाने में मददगार।


🟡 सुनहला रत्न पहनने के लाभ

व्यवसाय में वृद्धि – व्यापार में तरक्की और स्थिरता आती है।
करियर में सफलता – नौकरी और पेशेवर जीवन में नई ऊंचाइयां मिलती हैं।
प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता – छात्रों के लिए विशेष लाभकारी।
निर्णय लेने की क्षमता में सुधार – मानसिक स्पष्टता और बुद्धिमत्ता बढ़ती है।
आर्थिक स्थिति मजबूत होती है – धन की आवक बनी रहती है और तंगी दूर होती है।
मान-सम्मान और प्रतिष्ठा में वृद्धि – समाज में आदर और प्रभाव बढ़ता है।


🔮 किन राशियों के लिए शुभ है?

धनु और मीन राशि के जातकों के लिए अत्यंत शुभ।
मेष, कर्क, वृश्चिक और धनु राशि के लोगों को भी इस रत्न से लाभ मिल सकता है।
संतान सुख, धन लाभ और सम्मान प्राप्त करने के लिए शुभ।
जिनकी कुंडली में गुरु अकारक हैं, उन्हें बिना ज्योतिषीय सलाह के इसे धारण नहीं करना चाहिए।


📜 सुनहला रत्न धारण करने की विधि

📅 धारण करने का दिन: गुरुवार
🕕 समय: सूर्योदय के बाद

📌 धारण करने की प्रक्रिया:

1️⃣ स्नान करके शुद्ध वस्त्र धारण करें।
2️⃣ घर के पूजा स्थान में बैठें और गुरु बृहस्पति का ध्यान करें।
3️⃣ तांबे के पात्र में गाय का कच्चा दूध, गंगाजल, घी, शहद और तुलसी की पत्तियां डालें।
4️⃣ इस मिश्रण में सुनहला रत्न की अंगूठी या पेंडेंट डालें।
5️⃣ "ॐ ग्रां ग्रीं ग्रूं गुरुवे नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें।
6️⃣ रत्न को गंगाजल से धोकर साफ कपड़े से पोंछ लें।
7️⃣ अंगूठी को दाएं हाथ की तर्जनी (Index Finger) में पहनें या पेंडेंट गले में धारण करें।

📢 महत्वपूर्ण:
🔸 सुनहला रत्न को सोने, चांदी या अष्टधातु में जड़वाना चाहिए।
🔸 इसे गुरुवार को ही धारण करें और गुरु ग्रह को प्रसन्न करने के लिए नियमित रूप से मंत्र जाप करें।


🌟 निष्कर्ष

यदि आप आर्थिक समृद्धि, करियर ग्रोथ, बुद्धि और मान-सम्मान में वृद्धि चाहते हैं, तो सुनहला रत्न आपके लिए शुभ हो सकता है।
गुरु ग्रह की कृपा प्राप्त करने के लिए इसे सही विधि से धारण करें और जीवन में सफलता के मार्ग को आसान बनाएं!

View full details